वानी

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ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 19

ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 19


             जसप्रीत और ब्लेक बेंगल्स की मुलाकात


अब तक आपने पढ़ा विराज अपने और ज्योति के कॉलेज की बातें बता रहा था...तभी विराज को उनके दोस्त मिस्टर हैंडसम की याद आ जाती है ....वह ज्योति से पूछता है कि मिस्टर हैंडसम कहां है लेकिन ज्योति खामोश रहती है

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"अब आगे"

विराज पूछता है "बताओ ना कहां है मिस्टर हैंडसम"....ज्योति जो अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश कर रही थी...उठते हुए अपनी कोल्ड वॉइस में कहती है .."हम यहां मिशन पर आए हैं, ना कि घूमने फिरने अगर आप लोगों का खाना पीना हो गया हो तो जाकर मिशन की तैयारी करें , अब हमारी मुलाकात ब्लू मून होटल में ही होगी, उम्मीद करती हूं मेरे बताए हुए सारे प्लेंस और इशारे आपको याद होंगे , और एक बात चाहे कुछ भी हो जाए आपके हाथों से आपका हथियार और कान से ब्लूटूथ हटना नहीं चाहिए,और सबसे इंपोर्टेंट चीज वहां सारे सिर्फ क्रिमिनल है तो हमें सिर्फ अपनी सुरक्षा करनी है"

"कोई शक" ज्योति के पूछने पर भी सब खामोश रहते हैं ज्योति थोड़े गुस्से में और थोड़ी तेज आवाज में कहती है "आई सेड कोई शक" इस बार सब सीधे खड़े होते हुए कहते हैं...."नहीं"......ज्योति मुस्कुरा कर कहती है....."गुड"...इतना कहकर वह कमरे से बाहर निकल जाती है
ज्योति जैसे ही कमरे से बाहर निकलती है उसकी आंखों में रुके आंसू बेह निकलते हैं ज्योति चलती जा रही थी और अपने आंसू पोछते हुए कहती है "आई मिस यू मिस्टर हैंडसम"..उसकी आंखों में इस वक्त दुख से ज्यादा गुस्सा था नफरत थी वहां से निकलकर ज्योति पार्लर चली जाती है

अंदर कमरे से ज्योति को ऐसे जाता देख अरमान कंफ्यूज होते हुए पूछता है..."इसे क्या हुआ"...तभी विराज कहता है "क्या हुआ यह तो मुझे नहीं मालूम, लेकिन कुछ तो ऐसा हुआ है जिससे यह बहुत दुखी है"...अरमान कुछ सोचते हुए कहता है "तुम दोनो इतने अच्छे दोस्त हो फिर भी.. युँ अजनबी जैसे इतने सालों बाद क्यों"

विराज थोड़ा उदास हो जाता है फिर भी मुस्कुराते हुए कहता है...."जब आप दोस्ती की मर्यादा पार कर मोहब्बत चाहते हो तो दोस्ती और मोहब्बत दोनो नही मिलती"... और वो भी वहाँ से निकल जाता है... 

अरमान जहाँ से ज्योति और विराज गए थे उधर देखते हुए कहता है
 "इस बार ज्योति सिर्फ दुखी नहीं नाराज भी है"....तभी निर्जला कहती है "गाइज़ हमें उसकी बात माननी चाहिए लेट्स गो" निर्जला की बात सुन सब वहां से निकल जाते हैं

रूम से निकलकर विराज अपने डैड को कॉल करता है...मिस्टर करिअप्पा जैसे ही कॉल उठाते हैं विराज कहता है "डैड आप ज्योति को जानते हैं , तो आप हमारे दोस्त को भी जानते होंगे, और ज्योति क्या छुपा रही है आपको यह भी पता है, तो मुझे बताइए कि हमारा दोस्त कहां है"

मिस्टर करियप्पा एक गहरी सांस लेते हैं और कहते हैं "यह मैं तुम्हें नहीं बता सकता"....विराज गुस्से में कहता है "डैड वह अपसेट है, दुखी है, ज्योति टीचर बनना चाहती थी, और वो यहाँ है..क्यों आप जानते हैं डैड"
विराज थोड़ा उदास लहजे मे कहता है..."आप जानते हैं डैड मैं दुनिया में हर कुछ बर्दाश्त कर सकता हूं लेकिन उसकी आंखों में आंसू नही...मेरी वो भोली वाली ज्योति ही अच्छी थी"....मिस्टर करिअप्पा विराज को समझाते हुए कहते हैं .."यह तो मुझे भी नहीं मालूम , इसीलिए इस बार उसे बिना बताए टीम मैंने तैयार की थी और इस टीम में तुम्हें शामिल किया था, आगे तुम खुद समझदार हो" इतना कहकर मिस्टर करिअप्पा कॉल कट कर देते हैं

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"शाम का वक्त होटल ब्लू मून"

होटल ब्लू मून ....जितना खूबसूरत इस होटल का नाम है उतना ही खूबसूरत यह होटल खुद है.....लेकिन कहते हैं ना खूबसूरत चीज अक्सर खतरनाक ही होती है..कुछ ऐसा ही है यह होटल ब्लू मून आज इस होटल को इंडियन और वेस्टर्न लुक के साथ बहुत खूबसूरती से सजाया गया है क्योंकि आज यहां दो बहुत बड़े गैंगस्टर एक बहुत बड़ी डील को या यूं कहें एक बहुत बड़ी साजिश को अंजाम देने वाले हैं

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होटल श्रीमाया में जसप्रीत अपने कमरे में तैयार हो रहा था तभी उसका दरवाजा कोई नॉक करता है...जसप्रीत अपनी गन पीछे कमर में रख लेता है और दरवाजा खोलता है.... उसके सामने एक लड़की खड़ी थी 5'4 की हाइट , काली साड़ी और हाथों में काले रंग की चूड़ियां पहने हुए , लेकिन उसका चेहरा काले कपड़े से ढका हुआ था, 
जसप्रीत उसे ध्यान से देखता है ...उसकी बस आंखें दिख रही थी जो नीले रंग की थी..जसप्रीत पूछता है "तुम कौन हो"..वह लड़की धीरे से कहती है " सारी इंफोर्मेशन दरवाज़े पर ही चाहिए...फिर थोड़ा रुककर...क्या मैं अंदर आ जाऊं" जसप्रीत कुछ पल सोचता है और उसे अंदर आने के लिए कहता है

वह लड़की अंदर आती है और दरवाजा अंदर से बंद कर लेती है
उसको दरवाजा बंद करते देख ...जसप्रीत सावधान हो जाता है लड़कि जसप्रीत को देखते हुए कहती है ..."डरने की जरूरत नहीं है ..मैं तुम्हें यहां मारने नहीं आई हूं"

फिर पुरे कमरे को देखते हुए कहती है.."सुना है इतने सारे ऑफिसर्स में तुम अकेले जूनियर हो...और फिर भी तुम्हें इतने खतरनाक मिशन पर भेजा गया है , तुम्मे कुछ तो बात होगी , बाय द वे मेरा नाम ब्लैक बैंगल्स है, उम्मीद करती हूं नाम तो सुना ही होगा" जसप्रीत अपने दोनों हाथ पीछे कर सीधा खड़े होते हुए कहता है "आपका नाम किसने नहीं सुना होगा बताइए क्या करना है मुझे"

ज्योति मुस्कुरा देती है "तुमसे यही उम्मीद थी, जो अब मैं कह रही हूं उसे ध्यान से सुनो तुम्हें बस इतना ही करना है"
करीब आधे घंटे बाद ब्लैक बैंगल्स वहां से चली जाती है उसके जाने के बाद जसप्रीत एक लंबी सांस लेता है और अपने सिर पर हाथ फेरते हुए मुस्कुरा कर कहता है...."चल बेटा जसप्रीत लग जा काम पर"..फिर जसप्रीत भी कमरे से बाहर निकल जाता है

सब होटल जाने की तैयारी कर चुके थे

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"होटल ब्लू मुन"

 रात के 8:00 बज रहे थे..होटल में सब तैयारियां हो चुकी थी हल्का-हल्का म्यूजिक बज रहा था जिस पर कुछ लड़कियां नाच रही थी तभी एक आदमी जिसकी उम्र करीब
 45 से 50 होगी दिखने में ठीक ठाक काली आंखें और ब्लैक थ्री पीस सूट हाइट करीब 5'11 की होगी अपने बॉडीगार्ड्स के साथ अंदर आता है .. तभी होटल का मैनेजर भागते हुए आता है और उस आदमी से हाथ मिलाते हुए कहता है "हमारे होटल ब्लू मून में आपका स्वागत है तेजा भाई"....तेजा मैनेजर से हाथ मिलाते हुए एक मिस्टीरियस स्माइल के साथ कहता है "तुम्हारा होटल क्या सच में"...और अपनी एक आइब्रो उठाकर उसे देखने लगता है मैनेजर चापलूसी वाले भाव से कहता है

"न..नही ते...तेजा तेजा भाई मेरा मतलब था आपके होटल मे" तेजा मुस्कुरा कर उसका हाथ छोड़ देता है.. और जाकर सोफे पर बैठ जाता है... तेजा के बैठते ही कुछ लड़कीआं उसके आस पास बैठ जाती हैं..  

थोड़ी देर बाद... वहाँ एक और आदमी आता है अपने बहुत सारे बॉडीगर्ड्स के साथ... उस आदमी की भी उम्र करीब 40-45 के बीच होगी हाइट 5'10 की मैनेजर उससे हाथ मिलाते हुए कहता है "आपका स्वागत है शेख साहब"....शेख मैनेजर से हाथ मिलाते हुए पूरे होटल को देखते हुए कहता है ..."क्या बात है मैनेजर तैयारी तो बहुत शानदार की है"...मैनेजर थोड़ा शर्माते हुए कहता है "बस आपकी मेहरबानी है शेख साहब"....मैनेजर उसे भी ले जाकर सोफे पर बैठाता है

उसके बगल में भी आकर कुछ लड़कियां बैठ जाती हैं 

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"होटल के बाहर"

ज्योति होटल को देखते हुए खुद से ही कहती है "शुरुआत या फिर अंत, देखते हैं"...इतना कहकर वह होटल के अंदर चल देती है तभी एक आदमी उसे रोकते हुए कहता है ...."मैडम पासवर्ड"..ज्योति खामोश थी क्योंकि उसे पासवर्ड नहीं मालूम था तभी वह आदमी कहता है "मैडम आप बिना पासवर्ड के अंदर नहीं जा सकती हैं"

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"पटना में"

देवांश पटना पहुंचता है और होटल में चला जाता है होटल पहुंचकर वह फ्रेश होता है और अपना लैपटॉप लेकर बैठ जाता है और उसमें ब्लैक बैंगल्स की तस्वीर देखने लगता है देवांश बहुत ध्यान से उस तस्वीर को देख रहा था तभी उसे वो दिन भी याद आता है जब वह पहली बार उस ब्लेक बेंगल्स से मिला था लगभग 2 साल पहले.... 

क्या ज्योति होटल के अंदर जा पाएगी? क्या ज्योति और उसकी टीम इस डील को होने से रोक पाएंगे ? देवांश के पास ब्लैक बैंगल्स की तस्वीर कैसे आई ? देवांश कैसे जानता है ब्लैक बैंगल्स को? क्या देवांश ढूंढ पाएगा ब्लैक बैंगल्स को? 

जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी कहानी ब्लैक बैंगल्स और कहानी आपको कैसी लग रही है कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएँ..

 ...............बाय बाय........

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3 Comments

madhura

11-Aug-2023 07:01 AM

Nice part

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Rajeev kumar jha

31-Jan-2023 01:09 PM

Nice 👍🏼

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Gunjan Kamal

29-Jan-2023 11:35 AM

बेहतरीन

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